मैं बोलता नहीं सिर्फ़ शब्द लिखता हूँ…
मिठास से थोड़ा इसीलिए फासला सा रखता हूँ…
कि कहीं ज़िंदगी मिठाई की तरह दाढ़ में चिपक न जाए…
कड़वी ही सही, कोई दवा समझकर निगल ही जाए…!!
:-प्रथमेष 🖋
Read once , surely you won't regret ❤
मैं बोलता नहीं सिर्फ़ शब्द लिखता हूँ…
मिठास से थोड़ा इसीलिए फासला सा रखता हूँ…
कि कहीं ज़िंदगी मिठाई की तरह दाढ़ में चिपक न जाए…
कड़वी ही सही, कोई दवा समझकर निगल ही जाए…!!
:-प्रथमेष 🖋
Nice
LikeLiked by 2 people
Thank you keep supporting❤
LikeLiked by 2 people