न जीने की ख्वाहिश , न मरने का इरादा… ऐसे ही बीत जाता ये जीवन सारा… अपनो को खोकर , गैरो को सँवारना… इसे ही कहते है इंसानियत को मारना… खून पसीना बहाकर ज़िंदगी गुज़ारना… उसे कहना बस हिम्मत मत हारना… आँखें खोलकर हसीन सपने सजाना… इंसान हो फरिश्ता नहीं,वापस लौटकर आजाना !! :-प्रथमेष 🖋
बहुत अच्छा❤️
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धन्यवाद❤
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Stupendous 💙💙
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Thank u for such a nice comment❤…keep supporting💯
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👏👏👏👏👏
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